डी.जे., ढ़ोल-नगाड़ों के साथ निकलेगी धूमधाम से कलश यात्रा,महिलाओं
के सिर पर होगें कलश, बड़ी संख्या में श्रद्धालु कलश यात्रा में होगें शामिल
देवीजी के मुखारविंद से होगा कथा का वाचन,सजीव झांकियों की होगी प्रस्तुति
ब्रह्मलीन गो सेवी संत श्री दुलारामजी कुलरिया सिलवा, नोखा (बीकानेर) वालो की पुण्यतिथि पर विश्व स्तरीय गो चिकित्सालय, नागौर द्वारा आयोजित पीड़ित गोवंश् हितार्थ विषाल भागवत कथा का भव्य शुभारम्भ कल डीजे, ढोल नगाड़ों के साथ भव्य कलश यात्रा के साथ होगा। कथा प्रभारी श्रवणजी सैन ने बताया कि हजारों महिलाओं के सिर पर कलश होगे व बड़ी संख्या में श्रद्धालु कलश यात्रा में शामिल होगें। कथा से पूर्व गो चिकित्सालय के संस्थापक श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर स्वामी कुशालगिरीजी महाराज, प्रसिद्ध कथा वाचिका देवी ममता (देवीजी) व संतो के पावन सानिध्य में सुन्दर व भव्य कलश यात्रा निकलेगी जो विश्व स्तरीय गो चिकित्सालय के सामने स्थित भैरूजी महाराज के थान से प्रारम्भ होकर गो चिकित्सालय परिसर की परिक्रमा करते हुए कथा स्थल तक पहुंचेगी। जिसका ड्रोन द्वारा आकाष से जगह-जगह पुष्पवर्षा से स्वागत किया जायेगा तो दूसरे ड्रोन कैमरे से पूरी कलश यात्रा की विडियो शुटिंग होगी। कथा हेतु विशालकाय वाटरप्रुफ पाण्डाल लगाया गया है। ट्रस्ट की ओर से हजारों की संख्या में आये भक्तों के वाहन पार्किंग की व्यवस्था हेतु पार्किंग स्थल निर्धारित किये है जहाँ वाहन पार्क कर सकते है। प्रवेश व निकास द्वार पर पर्याप्त संख्या में वॉलेंटियर की व्यवस्था की गयी है तथा पुरूष व महिला के लिए अलग-अलग बैठक व्यवस्था की जायेगी। कथा में आने वाले मुख्य/ विशिष्ट अतिथियों, संतों हेतु बैठने हेतु विशेष व्यवस्था की गई है व भीड़ को नियंत्रित करने हेतु 40 कार्यकर्ता लगाये जायेगें इसके साथ ही कथा में आये हुए भक्तों हेतु महिला व पुरूषों के लिए अलग-अलग सुलभ कॉप्लेक्स की सुविधा भी की गयी है। कथा श्रवण करने हेतु आये श्रद्धालुओं के लिए केशर, ईलायची मिश्रित चाय और आर. ओ.प्लॉट का पीने हेतु शुद्ध पानी की व्यवस्था की गयी है। कथा की सम्पूर्ण तैयारियां पूर्ण हो गयी है यह सात दिवसीय कथा कल 13 से शुरू होकर 19 अगस्त तक चलेगी, जिसका वाचन प्रसिद्ध कथा वाचिका देवी ममता (देवीजी) के मुखारविंद से होगा। कथा समय दोपहर 12 बजे से सायं 4 बजे तक होगा, जिसका सिधा लाइव प्रसारण देवी ममता यूट्यूब चैनल पर होगा। कथा में वृन्दावन की सुप्रसिद्ध संगीत मण्डली विभिन्न स्वर यंत्रों द्वारा कथा को संगीतमय् रूप प्रदान करेगी। सुजानगढ़ की प्रसिद्ध झाँकी टीम द्वारा प्रसंगानुसार झांकियों की प्रस्तुति होगी। काशी विश्वविधालय के अनुभवी एवं वेदाचार्य द्वारा मंच संचालन किया जायेगा।